वास्तव में #Secularism अवसरवादिता का दूसरा नाम है। अनुच्छेद 370 हटने के पूर्व काश्मीर में दो निशान दो प्रधान और दो संविधान नही होता।। धार्मिक आजादी नाम की कोई चीज भारत में नही होती,#समानता के अधिकार में #आरक्षण की गुंजाइश नही होती। देश का विभाजन धर्म के आधार पर हुआ यानी1/5
1
2
1
0
0
विभाजन का मूल #तत्व है धर्म।यदि एक टुकड़ा इस्लामिक तो दूसरा हिन्दू धर्म का पोषक होना चाहिए था क्योंकि #बंटवारा हिन्दुओं और मुसलमानों के बीच हुआ था। कुछ हिन्दू पाकिस्तान में भी रह गये थे इसके बावजूद वह धर्म निरपेक्ष राष्ट्र नहीं बना लेकिन कुछ मुस्लिमों के बदौलत #धर्मनिरपेक्ष 2/5