जहां #धर्म ही जीवनशैली मानवता की परम बुद्धि का प्रमाण बन जाती है, जहां गुणों में भी सर्वश्रेष्ठ गुण कल्याणकारी जाना जाता है, जहां जीवन के क्षणों का चुनाव भी मूल अस्तित्व से जोड़ जीया जाता है #सनातन_धर्म_ही_सर्वश्रेष्ठ_है समझ आता है। जहां #कर्म के चिंतन पर धैर्य रखा जाए, जहां 1)
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ज्ञान हो कर्मो के प्रति सजगता हो, जहां अध्ययन से मार्ग निश्चित कर कर्म तय हो #सनातन_धर्म_ही_सर्वश्रेष्ठ_है समझ आता है। जीव जंतुओं तत्वों का भाव भी मुख्य उद्देश्य स्मरणशक्ति बना हो प्रकृति प्रति अपने दायित्वों का ऋणी भाव मिले , जल ,वायु, पृथ्वी में स्वयं का स्थान दिखे वहीं 2)