एकाग्रचित्त समर्पित प्रेममय #भक्ति से भोजन- प्रसाद बन जाता है। भूख- व्रत पानी- चरणामृत सफर- तिर्थयात्रा बन जाती है । संगीत - कीर्तन सहयोगी कार्य- सेवाभावी पूण्यकर्म बन जाता है। भक्ति का ईश्वर मे समर्पित प्रवेश से #आत्मा_परमात्मा का मिलन हो जाता है ।
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