#द्वंदऔरदर्शन उन्हे विज्ञान से ज्यादा धर्म पर भरोसा, जिसकी नजरों में पृथ्वी गोल ही गोल है, उनकी आसमानी किताबो में झांककर देखो, इंसानियत की परिभाषा ही गोल मटोल है! कही स्त्री पुरुष में भेद है, कही जाति में बटा समाज है, कही चमत्कार को नमस्कार है, कही जन्नत की दरकार है!
1
4
23
736
0
Download Image
धर्म की धाराएं सदियों से बांटती है, आविष्कार के धागे सदियों से जोड़ते है, पूजा में भेद है, प्रार्थना में भेद है, लेकिन अस्पताल की दवाएं सब जन एक है! अज्ञानता दुखों को अंधविश्वास में धकेलती, ज्ञान की गंगा मोतियां टटोलती,