#ख़बरमें “हिन्दी साहित्य के वैश्वीकरण में प्रवासी साहित्य की अहम् भूमिका निभा रहा है क्योकि आज प्रवासी लेखक जिस देश, जिस परिवेश में रह रहे हैं, उस जीवन को लिख रहे हैं।” - डॉ. पद्मेश गुप्त प्रवासी साहित्य की प्रेरणा और सृजन पद्मेश गुप्त की वाणी प्रकाशन ग्रुप द्वारा प्रकाशित तीन पुस्तकों का लोकार्पण व विशिष्ट परिचर्चा का आयोजन इंडिया इंटरनेशनल सेंटर नयी दिल्ली में किया गया। साभार : @samaypatrika samaypatrika.com/pravasi-sahity… @ChakradharAshok @rahuldev2 @jitendra82003 @yatrabooks @padmeshgupt @kitabwali #Vani61 #DeadEnd #Hindi #English #PravasiPutra #PadmeshGupta #YatraBooks #VaniPrakashanGroup #BookDiscussion #VaniBooks #VaniAuthor #ReadWithVani #अपनीभाषाअपनागौरव
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