नवाज़ुद्दीन सिद्दीक़ी ने बॉलीवुड को आइना दिखाया है। उन्होंने बताया कि क्यों दक्षिण भारतीय सिनेमा बॉलीवुड से आगे निकल चुका है। हिन्दी फ़िल्मों में अब केवल संवाद हिन्दी में हैं। नाम, कहानी, सोच, बातचीत सब अंग्रेज़ी में। यहाँ तक कि हिन्दी भी रोमन में लिखी जाती है, देवनागरी में नहीं।
@akhileshsharma1 Hindi bhi Roman mein. . Kuch zyada nahin bol diya aapne?
@akhileshsharma1 टीवी धारावाहिकों में भी यही होता है । रोमन ही आती है । सबको । एक बार की बात है स्क्रिप्ट में लिखा था । हीरो कमरे में बैठा है अकेला । और झोके खा रहा है । जो क्रिएटिव डायरेक्टर थी वो प्रोडक्शन से पद रही थी की झोंके क्यूं नही लाये । बोली ठीक है झोंके नही तो चिप्स खा लेगा ।
@akhileshsharma1 जैसे रोमन साम्राज्य का नाश हो गया , वैसे ही #Bollywood का भी सर्वनाश होगा। #BoycottBollywood #bullyweedians
@akhileshsharma1 सर सिर्फ बॉलीवुड ही नहीं बल्कि, देश के महानगरों मे एक बड़ा तबका अंग्रेज़ी बोलता, लिखता और सोचता है।बॉलीवुड की फिल्मों का टारगेट ऑडिएंस भी यही वर्ग है।फ़िल्मों की कमाई, हिंदी बेल्ट से ज्यादा इन बड़े शहरों से होती हैं।
@akhileshsharma1 हिंदी फिल्मों में संवाद उर्दू में है कोई गाना सुन लीजिए इतनी उर्दू भरी होती है इससे अच्छा तो गजल सुन ली जाए कम से कम इस कचरे से तो अच्छा ही लगेगा
@akhileshsharma1 बॉलीवुड में परिवारवाद हावी है, वही 2-4 फैमिली हैं, जिनके बच्चे फिल्मों में बने हुए है। उत्तर भारत का सितारा कोई आता भी है तो सुशांत सिंह और सिद्धार्थ की तरह अस्त हो जाता है, या मिटा दिया जाता है?
@akhileshsharma1 वैसे नवाजुद्दीन को यह ज्ञान इतने साल बाद आया? जब पहली फ़िल्म की थी तब सब सही था, अब बिगड़ा है? कुछ व्यावहारिक पहलू पूछने और उसे परोसने वाले को भी जानने होते हैं। आपके लिए, बिंदी और चंद्र बिंदी का अंतर जिस पीढ़ी को न पता हो उसके लिए उपाय? स, श और ष के उच्चारण का भेद पता है?