आपको पुलिस के एनकाउंटरों से तकलीफ़ थी। लीजिए, जय-श्री-राम के नारे लगाने वाले मार गए। एक हाथ को रोकोगे, तो दूसरा अपना काम करेगा। देश में न्याय कितना ढीला था। अब त्वरित न्याय होगा। आज जो बच गए, वे कल मारे जाएँगे।
@omthanvi श्री राम तो मर्यादा पुरुषोत्तम थे लेकिन उनके नाम पर ये लोग अमर्यादित काम कर रहे हैं
@omthanvi अतीक अहमद को गुजरात से उत्तर प्रदेश लाया गया ही इसी लिए था ।
@omthanvi @AhmedKhabeer_ सैकड़ो परिवार तबाह करने वाले गुंडे माफियाओं के मरने पश्र बडी तकलीफ हो रही है कुछ लोगों को.. जब ये गुंडे माफिया आम जनता को मारते थे, तब ये लोग कहीं दिखाई नहीं देते थे, तब ना ये कानून की बात करते थे ना संविधान की, अब सब याद आ रहा है.. ऐसे लोगों को दोगला ही कहा जाएगा..
@omthanvi कानून का राज ऐसे ही धीरे धीरे खतम हो जाएगा। मीडिया इसे जंगल राज नहीं बल्कि राम राज्य बोलेगी। एक पूरी जेनरेशन इसी सब में अपना भविष्य खराब कर देगी। @Mohinde16554893
@omthanvi पाकिस्तानी लिंक के सवाल जिंदा हैं!पुलवामा शहीद जवानों के सवाल जिंदा हैं!जनता को सच जानना जरूरी!
@omthanvi Sir, aisa nahi lagtaa... Ki aek/puraana Maafiya khatam karne ka daava karne waale, apna doosra Maafiya tayyaar kar rahe hain ?
@omthanvi Sab sarkar ne karawaya hai tabhi hatyaron par police ne ek goli nahin chalayi. Sab planning se huwa hai
@omthanvi अतीक अहमद और उसके भाई की हत्या और सत्यपाल मलिक के कबूलनामे के बीच कुछ संबंध है। कैसे? हत्या मीडिया में सत्यपाल मलिक के कबूलनामे को नजरअंदाज करने के लिए की गई थी