JNU से अपनी राजनीति शुरू करने वाले मुस्लिम नोजवानों के कंधो पर बेठकर लोकप्रिय होने वाले कन्हैया आज उमर खालिद को भुल गया है.. कन्हैया जैसे कई चहरे भारत कि राजनीति में आपको दिख जाएंगे जो पहले मुसलमानों का इस्तेमाल करते हैं फिर राजनीति में चमकने के बाद मुसलमान शब्द को ही अच्छुत समझने लगते हैं।।
@realwajidkhan कुछ लोग होते ही है, इसी लायक 😉😜😂😜😉
@realwajidkhan तुम खुद को भुल गये ! बदल गये लौट आओ सनातन स्वागत करता है
@realwajidkhan आतंक फैलाने वाला ही टुकड़े टुकड़े गैंग की बढ़ाई कर सकता है
@realwajidkhan मुगलिया सल्तनत इस्तेमाल करने के लिए ही बनी है । जब जेसे चाहो इस्तेमाल करो फिर भी भरोसा न करो
@realwajidkhan तुम लोग किस पार्टी के सगे हो,जिस राज्य मे जिस पार्टी से अपने कौम के फायदे के लिए सेटिंग बैठ जाती है,उसी के साथ हो लेते हो,मुस्लिम लीग से लेकर टीएमसी तक उदाहरण सामने है
@realwajidkhan बुरे वक्त में तो साया भी साथ छोड़ देता है ये तो एक सेल्फिश दोस्त है