छल-प्रपंच से भरी इस दुनिया में परम्परा से भिन्न सोचती स्त्री एक आखेट है उसे इल्म तक नहीं कि हर जगह वह ताक़तवर और चालाक शिकारियों से घिरी है। ●●● यतीश कुमार | #Teekhar #kavita #hindisahitya #hindi #hindilove #hindipoem