"जिस तरह चाहो बजाओ इस सभा में, हम नहीं हैं आदमी, हम झुनझुने हैं ।" - दुष्यंत कुमार #बिहार में भीषण गर्मी में यह न सिर्फ़ शिक्षकों को बल्कि छात्रों को भी परेशान करना है। ग्रीष्मावकाश नहीं देना है तो मत दीजिए, कोई नहीं चाहता, लेकिन इसके बदले शिक्षकों की कर्मचारियों की भांति EL दीजिए। शनिवार अवकाश दीजिए। 14 CL पर पूरे वर्ष बिना अवकाश के एक मशीन भी काम नहीं कर सकती।
"जिस तरह चाहो बजाओ इस सभा में, हम नहीं हैं आदमी, हम झुनझुने हैं ।" - दुष्यंत कुमार #बिहार में भीषण गर्मी में यह न सिर्फ़ शिक्षकों को बल्कि छात्रों को भी परेशान करना है। ग्रीष्मावकाश नहीं देना है तो मत दीजिए, कोई नहीं चाहता, लेकिन इसके बदले शिक्षकों की कर्मचारियों की भांति EL दीजिए। शनिवार अवकाश दीजिए। 14 CL पर पूरे वर्ष बिना अवकाश के एक मशीन भी काम नहीं कर सकती।
@vipinUPPSS @Bihartet19 पलटुराम और अधिकारी दोनो एक ही सिक्के के दो पहलू हैं, हाथी के दांत हैं। पलटुराम करवाता है, पलटुराम और अधिकारी दोनो एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। पलटुराम करवाता है, फिर लीपापोती करके सहानुभूति बटोरता है और बेवकूफ बनाता है। पलटुराम मुक्त बिहार बनाओ बिहार और शिक्षकों का सम्मान बचाओ।
@vipinUPPSS जब पूर्वाग्रह से कुंठित व्यक्ति , असामाजिक ,अव्यवहारिक व्यक्ति अधिकारी बन जाता है,, तो लालफीताशाही हावी रहती है, नियम, लोकतांत्रिक प्रक्रिया ध्वस्त हो जाती है,,
@vipinUPPSS परिवार, samajvihin लोग जब ऊंचे पद पर बैठते हैं तो यही होता है, और उसपे थका मुख्यमंत्री हो तो सोने पे सुहागा हो जाता है, शिक्षकों से दुश्मनी नजर आएगी इलेक्शन रिजल्ट में, ballet वोट की गिनती बस विपक्ष के लिए होगी
@vipinUPPSS @BiharTeacherCan Agar primary me 1 bhi student fail nahi hua to phir kisko class di jaayega garmi chutti me?
@vipinUPPSS Bihar Engineering college ma garmi ki chutti nhi hai .Tumlog to chahte ho ki koi school /College nhi jaye .pahle naukri nhi tha. Ab naukri ho gya hai tab rest chaiye .
@vipinUPPSS "ग्रीष्मावकाश"शब्द फर्जी है इस पर भी लेटर निकलना चाहिए,इस शब्द का औचित्य क्या है । शिक्षक और क्लर्क में अंतर होता है इतनी भी समझ नहीं रह गई है।क्या पढ़ाएंगे शिक्षक:- रक्षाबंधन कुछ नहीं होता है,मकर संक्रांति कोई पर्व नहीं है, ग्रीष्मावकाश जैसा कुछ नहीं होता है ये सारेशब्द फर्जीहैं
@vipinUPPSS Iss baar tel laga ke srkr ko pel dege bhaiya dekhete rhiye